वाराणसी 06 फरवरी संवददाता :- केंद्रीय देव दीपावली महासमिति व बाबा श्मशाननाथ सत्संग मंडल की ओर से माघ पूर्णिमा के अवसर पर हरिश्चंद्र घाट विद्युत शवदाह गृह के समीप स्थित शिवालय में भगवान शिव का भव्य श्रृंगार व महाआरती की गई। इसके बाद गंगा गोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान भोलेनाथ के दर्शन-पूजन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। इस अवसर पर मुख्य वक्ता केंद्रीय देव दीपावली महासमिति के अध्यक्ष व आचार्य वागीशदत्त मिश्र ने कहा कि श्मशान सम्मान से बडा कोई सम्मान नहीं है। यह सम्मान सत्य और सच्चाई का प्रतीक है। राम नाम सत्य है का जहां नारा लगाया जाता है। उस स्थान पर सम्मान होना, अपने आप में बहुत ही बड़ा सम्मान है। गंगा के घाटों के लिए एवं काशी के कुण्डों और तालाबों पर काम करने वाले लोगों को सम्मानित करते जो आनंद का अनुभव हो रहा है वह अपने आप में अद्भुत है। काशी इसका एक नाम महाश्मशान भी है, श्मशान में सम्मान अपने आप में अनूठा है अद्भुत है। काशी के गंगा घाटों पर काम करने वाले ब्राह्मण, नाई, महापात्र, धोबी, निषाद, डोम, मल्लाह और किसान आदि गंगा से पालित-पोषित होते हैं। गंगा उनका जीवनयापन करती हैं। “गंग सकल मुद मंगल मूला” गंगा सभी का मंगल करती हैं। गंगा सबको मंगल देनी है सबके लिए मोक्षदायिनी है।