तैयारियों का जायजा लेने पहुंची सेंट्रल टीबी डिवीजन टीम
वाराणसी, 07 फरवरी 2023 – विश्व क्षयरोग दिवस (24 मार्च) पर जनपद वाराणसी में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम की तैयारियां ज़ोरों पर हैं । सोमवार को कार्यक्रम की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए सेंट्रल टीबी डिवीजन टीम ने विभिन्न स्थानों का दौरा किया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन में टीम का नेतृत्व उप जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ अमित सिंह ने किया ।
एक दिवसीय भ्रमण पर आई सेंट्रल टीबी डिवीजन और इवैंट मैनेजमेंट टीम सबसे पहले रुद्राक्ष कन्वेन्शन सेंटर पहुंची जहां विश्व टीबी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित होगा । इस दौरान रुद्राक्ष सेंटर पर टीम ने सभी व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया । सुरक्षा व्यवस्था के साथ अन्य सुविधाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ली । इसके बाद टीम काशी विद्यापीठ ब्लॉक के आयुष्मान भारत – हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कुरौता पहुंची । प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान व राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत टीम ने वहाँ तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और आशा कार्यकर्ताओं के संभावित टीबी मरीजों की पहचान और पुष्टि के लिए बलगम एकत्रीकरण के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ली । बलगम जांच केंद्र तक कैसे पहुंचेगा और इसमें सैंपल ट्रांसपोर्टर का क्या कार्य है, इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी ली । टीम में संयुक्त निदेशक डॉ निशांत कुमार, यूएसएड से डॉ भाविन वाड्रा, डबल्यूएचओ कंसल्टेंट डॉ संदीप चौहान व डॉ श्रीराम सुब्रमण्यम स्वामी, प्रोग्राम फंडिंग एजेंसियों के प्रनिनिधि, एसटीएलएस कमलेश राय व सच्चिदानंद उपाध्याय, डीपीटीसी विनय मिश्रा, एसटीएस अभिषेक एवं अन्य लोग मौजूद रहे ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग विश्व टीबी दिवस (24 मार्च) पर होने वाले अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम की तैयारियों को पूरा करने में जुटा है । इस कार्यक्रम में कई देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे । साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सहित देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व मुख्यमंत्री का कार्यक्रम में प्रतिभाग करना प्रस्तावित है । इस कार्यक्रम के पश्चात समस्त प्रतिनिधि ग्रामीण/शहरी क्षेत्र के स्वास्थ्य केन्द्रों व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के भ्रमण भी करेगी । उन्होंने बताया कि इस पूरे कार्यक्रम का उद्देश्य देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए ठोस कदम स्थापित करना है।