संस्कृत महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति देने पर हो रहा विचार-कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी
वाराणसी 10 फरवरी संवददाता :- सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से स्कीम डेवलपमेंट के तहत छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसके तहत शास्त्री के छात्र को आठ हजार, आचार्य के छात्र को 10 हजार व विद्यावारिधि (पीएचडी) के छात्रों को 35 हजार रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति दी जाएगी। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की पिछले दिनों हुई बैठक में बतौर सदस्य कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर अनवरत संस्कृत शिक्षा को वैश्विक परिवेश पर ले जाने के क्रम में नई शिक्षा निति 2020 के अन्तर्गत कौशल विकास के लिए शिक्षा मंत्रालय ने 102 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। इसे कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली को स्कीम डेवलपमेंट के अन्तर्गत दिया गया है। कुलपति ने बताया कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में हुई बैठक में परम्परागत संस्कृत के विद्यार्थियों मध्यमा से लेकर विद्यावारीधि (पीएचडी) को आर्थिक सहयोग की दृष्टि में छात्रवृत्ति दी जाएगी। संस्कृत विद्या व भारतीय ज्ञान परम्परा की अभिवृद्धि की दृष्टि से यह निर्णय लिया गया है। कुलपति ने बताया कि छात्रों को नियमानुसार छात्रवृत्ति देने के लिये सेल का गठन किया जायेगा। यह सेल विश्वविद्यालय के सभी वर्गों के विद्यार्थियों (शास्त्री,आचार्य एवं पीएचडी) को उनके खाते में छात्रवृत्ति भेजेगी। उन्होंने बताया कि समिति संस्कृत महाविद्यालयों के सभी स्तर के विद्यार्थियों को भी इसी तरह से छात्रवृत्ति देने पर विचार कर रही है। बैठक में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति व बतौर अध्यक्ष प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी, सदस्य कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी, बीएचयू के प्रो. गोपबंधु मिश्र,गोवाहाटी विश्वविद्यालय से प्रो. मन्जुला देवी, प्रो. रिजवान, प्रो. गंगाधर नायर, केरल से प्रो विष्णुमूर्ति, स्कीम के निदेशक प्रो. मुरलीधर व स्कीम की प्रभारी छोटी बाई मीना रहीं।