बताते चलें कि जी एस मेमोरियल प्लास्टिक सर्जरी अस्पताल में आज कटे होठ एवं तालु से ग्रसित मरीजों का एक विशाल कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें वाराणसी के आस- पास के जिले एवं बिहार से आये लगभग 500 मरीजों का पंजीकरण एवं परीक्षण किया गया।
सभी मरीजों का आज सुबह ८ बजे से पंजीकरण करके हमारे हॉस्पिटल में उनके दंत स्वास्थ्य , स्पीच मूल्यांकन एवं परामर्श के लिए विशेष परामर्श सत्र आयोजित किए गए थे और सर्जिकल उपचार के बारे में भी बताया गया। इनमें से सभी के निःशुल्क स्पीच थेरेपी , दाँत की समस्या तथा ऑपरेशन के लिए भर्ती की तारीख दी गई। कुछ बच्चे जो कुपोषित होने के कारण उनका शारीरिक विकास नहीं हो पा रहा था उन्हे हमारे हॉस्पिटल के आहार एवं पोषण विभाग से दूध एवं ठोस आहार का वितरण किया गया।
डॉ सुबोध ने बताया कि यह सभी सुविधाएं हमारे हॉस्पिटल में अंतरराष्ट्रीय संस्था दि स्माइल ट्रेन के सहयोग से दी जाती है। कैम्प के बाद भी ऐसे मरीजों को निःशुल्क मिलती रहेगी। दि स्माइल ट्रेन नामक अंतरराष्ट्रीय क्लेफ्ट चैरिटी के साथ साझेदारी में सबसे अधिक संख्या में मुफ्त क्लेफ्ट सर्जरी करने के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। स्माइल ट्रेन का भारतीय संचालन दुनिया में सबसे बड़ा ऑपरेशन है ,और वाराणसी का जीएस मेमोरियल प्लास्टिक सर्जरी अस्पताल सबसे ज्यादा संख्या में ऑपरेशन करता है। उन्होंने यह भी कहा कि जीएस मेमोरियल प्लास्टिक सर्जरी अस्पताल न केवल मुफ्त क्लेफ्ट सर्जरी प्रदान करता है बल्कि क्लेफ्ट रोगियों को स्पीच थेरेपी, पोषण देखभाल, ऑर्थोडॉन्टिक केयर और ओरल हेल्थ केयर भी मुफ्त प्रदान करता है, यह स्माइल ट्रेन के बेहतरीन केंद्रों में से एक है। हमारा मिशन कटे होठ और तालु के मरीजों का उच्चतम गुणवत्ता से मुफ़्त्त इलाज करना है । हमने क्लेफ्ट बच्चों के लिए पोषण कार्यक्रम भी शुरू किया है और हमें कटे होठ और तालु के बच्चों की जानकारी जन्म के तुरंत बाद चाहिए ताकि जन्म के 2 घंटे के भीतर उचित आहार देना शुरू किया जा सके. यह ज्ञात है कि कटे होठ के बच्चे और विशेष कर तब जबकि तालु भी कटा हो , माँ के स्तन से दूध खींच नहीं सकते और इसलिए कुपोषित हो जाते हैं और करीब 10 फीसदी क्लेफ्ट मरीज कुपोषण के कारण मृत हो जाते हैं । बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता को भी उनकी पसंद का भोजन प्रदान किया गया । डॉ सुबोध के एवं जी एस मेमोरियल अस्पताल के कार्यों पर बनायी गयी डॉक्यूमेंट्री स्माइल पिंकी ने 2009 में ऑस्कर पुरस्कार जीता था । बड़ी संख्या में कटे होठ और तालु के मरीज कई राज्यों से अपनी विश्व स्तरीय मुफ्त क्लेफ्ट सर्जरी कराने के लिए जीएस मेमोरियल अस्पताल में आते हैं ।वाराणसी को दुनिया की क्लेफ्ट राजधानी भी कहा जाता हैं ।।