वाराणसी :- राष्ट्रिय समता पार्टी की तरफ से महत्मा संतराम बीए जी की जयंती मनाई गई जिसमें मुख्य अतिथि राष्ट्रीय समता पार्टी संयोजक शशिप्रताप सिंह ने बताया कि संतराम बी. ए. B.A., जन्म: 1886; मृत्यु- 31 मई, 1988) प्रसिद्ध समाज सुधारक और हिन्दी के लेखक थे। संतराम का जन्म पंजाब में होशियारपुर के बस्ती गाँव में 1886 ई. में हुआ था। उनकी आरम्भिक शिक्षा बजवाड़ा के हाई स्कूल में हुई थी। 1909 में उन्होंने गवर्नमेंट कॉलेज, लाहौर से बी. ए. की परीक्षा पास की। तभी से वे संतराम बी. ए. के नाम से प्रसिद्ध हुए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन राजकुमार जी कहा कि संतराम की सामाजिक सेवा कार्यों के प्रति विद्यार्थी जीवन से ही रुचि थी। स्वामी दयानन्द और श्रद्धानन्द के विचारों के सम्पर्क में आने से उनको और भी प्रेरणा मिली। वे देश में फैली जाति-पाति की प्रथा को मिटाने के लिए कुछ ठोस काम करना चाहते थे। इसी बीच उन्हें भाई परमानन्द का भाषण सुनने का अवसर मिला। उन्होंने अपने भाषण में जाति-पाति को दूर करने पर ज़ोर दिया था। संतराम को अपने विचारों का समर्थक एक प्रमुख व्यक्ति मिल गया। उसके बाद ही ‘जाति-पाति तोड़क मंडल’ की स्थापना हुई। भाई परमानन्द इसके प्रधान और संतराम मंत्री बने। ‘जाति-पाति तोड़क मंडल’ पंजाब तक ही सीमिति नहीं रह गया। कई राज्यों में इसकी शाखाएँ खुलीं। मंडल के प्रयास से सैंकड़ों अंतर्जातीय विवाह हुए। संतराम ने स्वयं अपनी संतानों का विवाह जाति भेद तोड़कर किया। यह उन दिनों बड़े साहस का काम था। वे देश में समान विचारों के व्यक्तियों के निरन्तर सम्पर्क में रहे
मुख्य रूप से उपस्थित रहे राष्ट्रीय सलाहकार राजकुमार गुप्ता राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रकाश जयसवाल प्रदेश अध्यक्ष राम बचन यादव प्रदेश प्रमुख महासचिव प्रेमनाथ सिंह प्रदेश के नेता धर्मराज पटेल जितेंद्र पटेल गुलाब राजभर सूरज यादव अशोक प्रजापति आदि लोग उपस्थित रहे ।।