वाराणसी 18 फरवरी संवददाता :- महाशिवरात्रि के दिन भदैनी क्षेत्र में स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की कतार लगी रही। हजारों की संख्या में श्रद्धालु दोपहर तक मंदिर में भोलेनाथ का दर्शन-पूजन व जलाभिषेक कर चुके हैं। ऐसी मान्यता है कि सिद्धेश्वर महादेव के दर्शन से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मंदिर के पुजारी अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि भोर में आरती के बाद दर्शन के लिए पट खोल दिया गया। अब तक लगभग 3,000 श्रद्धालु दर्शन पूजन कर चुके हैं। अभी भी लोगों के आने का क्रम जारी है। उन्होंने बताया कि शाम को यहां पर फलाहारी और दूध भंडार लोगों के लिए बनाया जाता है। इसे प्रसाद रूप में लोगों में वितरित किया जाता है। वहीं दर्शन पूजन करने पहुंचे नीतू गुप्ता ने बताया कि हम पिछले 83 वर्षों से दर्शन पूजन करने इस मंदिर पर आते हैं और यहां पर शिवरात्रि में दर्शन पूजन का विशेष महत्व है। वहीं दूसरी ओर भदैनी स्थित बनखंडी महादेव में भक्तों ने देवाधिदेव महादेव का दर्शन-पूजन किया। भोर की आरती के बाद मंदिर का कपाट खोल दिया गया। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग का अपने आप में विशेष महत्व है। इसलिए दर्शन के लिए भक्त उमड़ते हैं। नाथों के नाथ बाबा भोलेनाथ लोगों को मनोवांछित फल देते हैं। मंदिर के पुजारी लव कुश ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन बाबा के दर्शन पूजन अपने आप में विशेष महत्व है। दर्शनार्थी अमित सिंह बताया कि पिछले कई वर्षों से हम लोग बाबा के दर्शन पूजन को आ रहे हैं यहां पर मान्यता है कि काशी के किसी भी शिवालय में जाकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन पूजन करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। वहीं दूसरी ओर भदैनी स्थित बनखंडी महादेव में भक्तों ने देवाधिदेव महादेव का दर्शन-पूजन किया। भोर की आरती के बाद मंदिर का कपाट खोल दिया गया। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग का अपने आप में विशेष महत्व है। इसलिए दर्शन के लिए भक्त उमड़ते हैं। नाथों के नाथ बाबा भोलेनाथ लोगों को मनोवांछित फल देते हैं। मंदिर के पुजारी लव कुश ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन बाबा के दर्शन पूजन अपने आप में विशेष महत्व है। दर्शनार्थी अमित सिंह बताया कि पिछले कई वर्षों से हम लोग बाबा के दर्शन पूजन को आ रहे हैं यहां पर मान्यता है कि काशी के किसी भी शिवालय में जाकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन पूजन करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

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