- नव्य-भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम नित्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा
- देश दुनिया से वाराणसी की अच्छी कनेक्टिविटी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम की राह आसान कर दी है
- काशी का कायाकल्प कर मोदी-योगी ने काशी के विकास मॉडल की नई तस्वीर दुनिया के सामने पेश की है ।
वाराणसी 19 फरवरी संवददाता :- नव्य-भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम नित्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस वर्ष महाशिवरात्रि पर रिकॉर्ड स्तर पर श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाज़िरी लगाई है। साल 2023 की शुरुआत हो या बीते साल का सावन का महीना या अन्य पर्व, शिव भक्त श्री विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए काशी की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे वाराणसी के पर्यटन उद्योग को भी नई ऊंचाई मिल रही है। मन्दिर प्रशासन की ओर से बताया गया कि रात 10 बजे तक ये आंकड़ा 7 लाख पहुंच चुका है। काशी का कायाकल्प कर मोदी-योगी ने बनारस के विकास मॉडल की नई तस्वीर दुनिया के सामने पेश की है। देश दुनिया से वाराणसी की अच्छी कनेक्टिविटी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम की राह आसान कर दी है। 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पित होने के बाद धाम में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड आमद हो रही है। श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि धाम के 2021 में हुए लोकार्पण के बाद 2022 में पड़ने वाली पहली महाशिवरात्रि में 5 लाख 50 हज़ार श्रद्धालुओं ने दर्शन किया था। साल 2023 में शाम 6 बजे तक ही 5 लाख 24 हज़ार से अधिक लोगों ने दर्शन कर लिया है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने उम्मीद जतायी कि महाशिवरात्रि ख़त्म होने तक 7 लाख 50 हज़ार से अधिक लोगों के दर्शन करने का अनुमान है, जो अब तक का कीर्तिमान होगा । बता दें कि लोकार्पण के बाद साल 2023 के पहले दिन करीब 7 लाख से अधिक और सावन के महीने में लगभग सवा करोड़ भक्तों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई थी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण और सुविधायुक्त होने के बाद, मन्दिर की आय में लगभग 500 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।