वाराणसी। देश के प्रमुख उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ की धोखाधड़ी की जांच संयुक्त संसदीय समिति के कराने की मांग को लेकर सोमवार को विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों ने सोमवार को कचहरी स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर पार्क में धरना-प्रदर्शन किया। धरना के बाद प्रशासनिक अफसरों के माध्यम से राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि गौतम अडानी की धोखाधड़ी के मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराई जाय। इस मौके पर वक्ताओं ने कहाकि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद देश की जनता में तरह-तरह की आशंकाएं पैदा हुई है। दुनिया के दूसरे नंबर के अमीर के कारोबार के बारे में जिस तरह के बड़े घोटाले की रिपोर्ट सामने आई है वह बिना सरकार के सहयोग के संभव नहीं है। गौतम अडानी के शेयरों में बैक और एलआईसी के करोड़ों रुपए लगे हुए हैं। यह रुपए आम जनता के हैं। वहीं फर्जी सेल कंपनियों के माध्यम से अडानी के शेयरां में जो पैसा लगा है वह देश के सुरक्षा के साथ खिलवाड है। एक पूंजीपति के मुनाफे में अपार वृद्धि करने के लिए जनता और देश के साथ धोखाधड़ी बहुत ही चिंता का विषय है। संपूर्ण विपक्ष इस धोखाधड़ी की जांच संयुक्त संसदीय समिति ‘जेपीसी‘ से कराने मांग कर रहा है। लोकतंत्र का तकाजा है कि एक ऐसे बड़े घोटाले जिसकी चर्चा देश की जनता में है और जिसमें जनता के करोड़ों रुपए डूबने की आशंका है कि जांच संयुक्त समिति से कराई जानी चाहिए। ताकि देश की जनता के सामने सच उजागर हो सके।
धरना-प्रदर्शन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीएम, सीपीआई, सीपीआई (माले), राजद, लोकतांत्रिक जनता दल के लोग शामिल रहे।