वाराणसी । रविवार को कैंट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी टीम को उस समय बड़ी सफलता हासिल हुई जब विभूति एक्सप्रेस से नशे के दवाइयों का खेप हाथ लगा।
जीआरपी के जवानों ने दवाइयों को जप्त करते हुए ड्रग्स विभाग को सूचना दी। ड्रग्स विभाग ने दवाइयों की तस्वीर देखते हुए जीआरपी को बताया कि यह दवाइयां दर्द के लिए प्रयोग किए जाते है, लेकिन इसका मिसयूज करते हुए लोग नशे के लिए भी करते है।
ड्रग विभाग के द्वारा दी गई जानकारी पर दवाइयों की खेप को जीआरपी ने जप्त कर लिया।
वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन की जीआरपी की सूचना अपर कैंट रेलवे स्टेशन पर ड्रग विभाग के अधिकारी पहुंचे।मौके पर पहुंचे जौनपुर के ड्रग इंस्पेक्टर चंद्रेश द्विवेदी ने बताया कि 49 बॉक्स में कुछ दवाइयां बरामद हुई है जिनकी गिनती में 147000 इंजेक्शन बरामद हुए हैं।
इस इंजेक्शन का नाम Beprenorphine है जिसे दर्द निवारक दवा के रूप में लिया जाता है। इस दवा का मिस यूज करते हुए लोग नशे के रूप में भी लेते हैं।
इस मामले में जो टिकट कलेक्टर के द्वारा जो लिस्ट उपलब्ध कराई गई उसमें जिस फर्म ने दवा को भेजा था, उसका और जिस फार्म को भेजा गया था उसका पता चला। वेस्ट बंगाल के फॉर्म के द्वारा वाराणसी के फॉर्म को यह दवा भेजी गई थी।
वाराणसी के अंजनिया फॉर्म के मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया गया लेकिन उन्होंने व्हाट्सएप पर सिर्फ कुछ दस्तावेज ही प्रस्तुत किए और आने में असमर्थता जताई जिस पर कार्रवाई करते हुए सभी इंजेक्शन को सीज कर दिया गया है।
आगे अन्य दस्तावेजों की जांच की जाएगी जिसके बाद इस पूरे मामले में विधिक कार्यवाही की जाएगी। वही जीआरपी कैंट के प्रभारी हेमंत सिंह ने बताया कि हावड़ा से आने वाले हावड़ा -प्रयागराज विभूति एक्सप्रेस से इन दवाओं को मंगवाया गया है।
जिन्हे ड्रग विभाग को सौंप दिया गया है।बाजार में इस दवा की कीमत करीब 11 लाख रुपए से भी अधिक बताई जा रही है।