टीबी से स्वस्थ हुए लोगों के नेटवर्क ‘टीबी एलिमिनेशन फोर्स’ की हुई बैठक
वाराणसी, 10 जुलाई 2023
टीबी से ठीक हुए मरीज अब अपने अनुभवों को साझा कर समाज में टीबी संक्रमण के चक्र को तोड़ने का प्रयास तेज करेंगे। इस सम्बन्ध में गठित ‘टीबी एलिमिनेशन फोर्स’ की सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में हुई बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया।
बैठक में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पीयूष राय ने कहा कि टीबी से स्वस्थ हुए व्यक्ति के पास पर्याप्त अनुभव होते हैं। उसे अच्छी तरह से पता होता है कि यह रोग नियमित उपचार और सही खानपान से ठीक हो जाता है। उसे यह भी पता होता है कि इस बीमारी में लापरवाही किस तरह से समस्याओं को जन्म देती है। ऐसे में टीबी से ठीक हुए लोग अनुभवों को साझा कर टीबी रोग से पीड़ित लोगों के लिए बेहद मददगार साबित हो सकते हैं । उन्होंने कहा कि यही वजह है कि जिले में टीबी की बीमारी से स्वस्थ हुए लोगों का नेटवर्क “टीबी एलिमिनेशन फोर्स” तैयार किया गया है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जनपद में जिन टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है उनमें से कई ऐसे भी मरीज हैं जिन्हें यह भरोसा दिलाना जरूरी है कि वह इलाज से स्वस्थ हो सकते हैं। ऐसे मरीजों के लिए यह नेटवर्क काफी लाभदायक होगा। जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) संजय चौधरी ने बताया कि नेटवर्क में शामिल लोग इलाज ले रहे टीबी मरीजों की शंकाओं को दूरकर उन्हें निरंतर दवाओं के सेवन के लिए प्रेरित करेंगे। इसके लिए उन्हें संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया’ के सहयोग से प्रशिक्षित कर टीबी चैंपियन का दर्जा दिया गया है। इस प्रयास से जहां एक ओर दूर-दराज इलाकों में टीबी कार्यक्रमों की पहुंच बढ़ेगी वहीं चैंपियंस ज्यादा से ज्यादा टीबी मरीजों तक पहुंच कर उनकी मदद कर सकेंगे।
वर्ल्ड विजन संस्था के जिला सामुदायिक समन्वयक सतीश सिंह ने बताया कि जिले में टीबी बीमारी से ठीक हुए लोगों को प्रशिक्षित कर उन्हें टीबी चैम्पियन बनाया जा रहा है। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों का बीच में इलाज बंद करने के अलग अलग कारण होते हैं। कुछ मरीज भ्रांतियों के चलते दवाएं बंद कर देते हैं। वहीं कुछ मरीज आराम मिलने पर दवाओं का पूरा कोर्स नहीं करते। ऐसे में इलाज करवा रहे सभी टीबी मरीजों से मिलकर उनकी शंकाओं का समाधान करना जरूरी हो जाता है। यूपी टीबी एलिमिनेशन फोर्स ऐसे मरीजों की भ्रांतियों को दूर कर उन्हें नियमित दवाओं के सेवन की अहमियत समझाएगी।
बैठक में डीपीसी संजय चौधरी एवं जनपद के समस्त टीबी चैंपियन उपस्थित रहे।
नेटवर्क से लाभ-
• टीबी से ग्रसित मरीजों का उपचार पूर्ण कराने में मिलेगा सहयोग
• सामुदायिक जागरूकता बढ़ेगी
• टीबी मरीजों को लेकर भेदभाव में आएगी कमी
• दूर-दराज के इलाकों में टीबी कार्यक्रमों की पहुंच आसान होगी
• मरीजों की शंकाओं को दूर करने में मदद मिलेगी
• टीबी के संभावित मरीजों की जल्द पहचान में मदद मिलेगी