जनपद में परिवार कल्याण कार्यक्रम को मिल रहा बढ़ावा, समुदाय तक पहुँच रहीं सेवाएं

पखवाड़े में 184 पुरुषों ने कराई नसबंदी, सीमित परिवार के प्रति निभाई ज़िम्मेदारी

वाराणसी, 04 अगस्त 2023

परिवार कल्याण कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए जनपद में 11 से 31 जुलाई तक विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा आयोजित किया गया। पखवाड़ा में वाराणसी जनपद ने प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया है। इन 20 दिनों में जनपद में सबसे अधिक महिला और पुरुष नसबंदी हुई। इसके साथ ही पखवाड़े में अस्थायी साधनों की सेवाएं भी प्रदान की गईं। इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी एस राजलिंगम एवं मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की और भविष्य में गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि पखवाड़े में वाराणसी के सभी ब्लॉक व नगर स्तरीय सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ ही पुरुष व महिला नसबंदी सर्जन ने बहुत मेहनत की है। इसी मेहनत का परिणाम है कि जनपद ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। सीएमओ ने कहा – समुदाय में परिवार कल्याण कार्यक्रम की सेवाओं को बढ़ावा मिले, साथ ही परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों की पहुँच लक्षित लाभार्थियों और दंपति तक हो सके, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है।
परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमओ डॉ एचसी मौर्या ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा में जनपद में कुल 2418 महिला नसबंदी और 184 पुरुष नसबंदी हुई। इस उपलब्धि के लिए वाराणसी को प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। नगरीय क्षेत्र में 302 महिला नसबंदी, चोलापुर में 302, अराजीलाइन में 267, बड़ागांव में 263, हरहुआ में 261, पिंडरा में 247, काशी विद्यापीठ में 230, चिरईगांव में 228, सेवापुरी में 206, जिला महिला चिकित्सालय में 93, सर सुंदर लाल बीएचयू में 13, डीडीयू चिकित्सालय में पांच और एलबीएस चिकित्सालय रामनगर में एक महिला नसबंदी हुई है। नगरीय क्षेत्र चौकाघाट में 156 पुरुष नसबंदी, अराजीलाइन में एक, बड़ागांव में एक, चिरईगांव में तीन, चोलापुर में छह, हरहुआ में आठ, काशी विद्यापीठ में छह, पिंडरा में दो, सेवापुरी में एक पुरुष नसबंदी हुई है। इसके साथ ही 2359 इंट्रायूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस (आईयूसीडी), 923 पोस्ट पार्टम इंट्रायूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस (पीपीआईयूसीडी), 31 पोस्ट अबॉर्शन इंट्रायूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस (पीएआईयूसीडी), 2245 अंतरा तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन, 13073 छाया साप्ताहिक गर्भ निरोधक गोली, 15160 माला एन गर्भ निरोधक गोली एवं 106116 कंडोम की सेवाएं दी गईं।
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक (डीपीएम) संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सीमित परिवार होने के कई फायदे हैं। इसको लेकर समुदाय को जागरूक किया जा रहा है। इससे परिवार खुशहाल बना रहेगा। बच्चों की शिक्षा बेहतर हो पाएगी। महिला का स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। उन्होंने बताया कि नसबंदी कराने वाले महिला व पुरुषों को प्रोत्साहन राशि सरकार की ओर से दी जाती है। जो सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंचती है। परिवार कल्याण कार्यक्रम में यूपीटीएसयू के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ और पीएसआई इंडिया संस्था की ओर से लगातार तकनीकी सहयोग मिल रहा है ।।

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