वाराणसी 23 अगस्त संवाददाता :- वाराणसी के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान चिल्ड्रेन्स एकेडमी के परिसर में छात्र छात्राओं ने स्क्रीन के माध्यम से आज शाम ६:०० बजे चन्द्रयान 3 के चन्द्रमा पर सफलता पूर्वक लैंडिंग के अद्भुत छड़ों का अवलोकन किया । जिसका समस्त देशवासियो वरन सम्पूर्ण विश्व इस अद्भुत और अविस्मरणीय पलो का साक्षी बना । भारत विश्व के विकसित राष्ट्रों की श्रेणी मे सबसे आगे खड़ा हो गया । चंद्रयान 3 चन्द्रमा के उस हिस्से में उतरा जिसे डार्क साइड ऑफ़ मून या दक्षिणी ध्रुव कहते है । ऐसा इसलिए क्योंकि यह हिस्सा पृथ्वी के सामने नहीं आता । भारत दुनिया का चौथा देश बना जिसने चंद्रमा पर फतह की परन्तु भारत दुनिया का पहला देश बना जिसने दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किया । इसरों के द्वारा 14 जुलाई २०२३ (शुक्रवार) को आंध्र प्रदेश के श्री हरी कोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर 2:35 पर चंद्रयान लांच किया गया । इस मिशन के माध्यम से भारत न केवल चन्द्रमा की सतह के बारे मैं ज्ञान अर्जित करेगा वरन भविष्य में मानव निवास के लिए इसकी क्षमता का आंकलन भी हासिल करेंगा । चंद्रयान ३ के लेंडर का नाम विक्रम हैं इसरो के अध्यक्ष यस सोमनाथ तथा उनकी टीम बधाई की पात्र है चंद्रयान- -2 के असफल होने के बाद चंद्रयान- 3 चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है। इसका उद्देश्य विशेष रूप से उन जगहों का पता लगाना है जहाँ अरबो वर्षों से सूर्य की किरण नहीं पहुंची है, तथा मानव निवास की सम्भावना को तलाश करना हैं इस अवसर पर समस्त भारत देश उत्साहित है। विद्यालय में सभी छात्र छात्राएं व् शिक्षक शिक्षिकाएं जैसे ही चंद्रयान- 3 चन्द्रमा की सतह पर पहुँचा भारत माता की जय के उद्घोष से आकाश गुंजायमान कर दिया | विद्यालय की प्रधानचार्या श्रीमती रागिनी तिवारी ने जहाँ भारतवासी होने के नाम पर गर्व किया वही उन्होंने कहा कि भारत भविष्य में इस प्रकार की अनेको उपलब्धियों को हासिल करेंगा तथा सम्पूर्ण विश्व मे भारत का तिरंगा लहरायेगा ।।

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