” नमामि गंगे का आवाह्न, गंगा का संरक्षण हम सभी का कर्तव्य “
” सिंगल यूज़ पॉलिथीन का इस्तेमाल न करने की दिलाई शपथ “
सावन के अंतिम सोमवार को नमामि गंगे ने दशाश्वमेध घाट पर गंगा निर्मलीकरण का आवाह्न किया। गंगा स्नान के लिए घाट पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को स्वच्छता का संकल्प दिलाया। राष्ट्रध्वज, स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां, कपड़े के झोले लेकर लोगों को जागरूक किया गया ।
‘आओ घर-घर अलख जगाएं- मां गंगा को निर्मल बनाएं’ व ‘सबका साथ हो गंगा साफ हो’ के उद्घोष के बीच मां गंगा की आरती उतारी गई। गंगा किनारे की गंदगी को साफ किया गया। सफाई में श्रद्धालुओं ने भी हाथ बंटाया। पॉलिथीन मुक्त काशी व गंगा घाट की अपील करते हुए कपड़े के झोले का वितरण किया गया । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से दशाश्वमेध घाट पर हजारों की संख्या में मौजूद स्नानार्थियों से पॉलीथिन का उपयोग न करने की अपील की ।कहा कि गंगा को प्रदूषित कर रही सड़ चुकी पूजन सामग्री , पुराने – नए कपड़े , प्लास्टिक , शीशे फोटो फ्रेम सहित तस्वीरें पॉलीथिन में भरकर गंगा में प्रवाहित करने से गंगा प्रदूषित हो रही है जिसका प्रतिकूल प्रभाव मानव के स्वस्थ्य व पर्यावरण पर पड़ रहा है । पॉलीथिन में खाद्य पदार्थों का प्रयोग कर हम कई बिमारियों को निमंत्रण दे रहे हैं । शहरों की नालियां सीवर इत्यादि जाम हो जा रहे हैं । जीव-जंतुओं पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है । जीवनदायिनी नदियां प्रदूषित हो रहीं हैं । हमें पॉलीथिन से हो रहे नुक्सान को देखते हुए पॉलिथीन का परित्याग करना होगा । आयोजन में नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, शशांक शर्मा, आलोक त्रिवेदी, प्रमोद शुक्ला, छोटू भारद्वाज एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे ।