कमल भले ही कीचड़ में खिलते हो मगर वह अपने काबिलियत की दम पर ऊपर उठ ही जाते हैं- अभिषेक आर्या ||
वाराणसी :- मलदहिया स्थित होटल हिन्दुस्तान इंटरनेशल में सोमवार कों एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया पत्रकार वार्ता में बताया गया की ग्राम- गिद्धा, जिला- पूर्णिया (बिहार )के रहने वाले अभिषेक आर्या ने आज यह साबित कर दिखाया है कि अगर आपको अपने सपने पर यकीन हो, अगर उसे प्राप्त करने की जिद हो तो आपकी पृष्ठभूमि आपके सपने को पूरा करने में कोई बाधा नहीं बन सकती है ।
आज उनके सफलतापूर्ण संघर्ष की कहानी साफ-साफ बयां कर रही है कि एक छोटे-से क्षेत्र से उठकर टीवी की दुनिया तक का सफर वाकई लाजवाब रहा है उन्होंने बचपन से ही संगीत को सब कुछ माना |
अभिषेक आर्या का सफर माँ द्वारा दी गई संगीत की शिक्षा से शुरू हुआ था और उनके पिता जो किसान हैं अपने मेहनत के पसीने से अपने पुत्र के सपने को साकार किया है बॉलीवुड के गानों से लेकर इंटरनेट और फिल्मों की दुनिया में एक गायक के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई और साथ- ही-साथ उनके परिवारों का भी योगदान अमूल्य रहा है | एक छोटे मंच से लेकर टी सीरीज के मंच तक के सफर में उनके दोस्तों का भी काफी योगदान रहा है सचमुच आज अभिषेक आर्या ने संपूर्ण बिहार का नाम रौशन कर दिखाया है |
परिवार गाँव दोस्तों में खुशियों की लहर छाई हुई है उन्होंने यह साबित कर दिखाया है कि कमल भले ही कीचड़ में खिलते हो मगर वह अपने काबिलियत की दम पर ऊपर उठ ही जाते हैं अतः अभिषेक आर्या के इन कार्यों को देखते हुए यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि….,एक बिहारी, सब पर भारी…|
पत्रकार वार्ता में गायक विनय पाण्डेय , गायक अभिषेक आर्या सहित इत्यादि लोग उपस्थित रहे ||