आज श्रीविद्यामठ में सायं 5 बजे परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती 1008 ने ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वर सद्गुरुदेव भगवान् के प्रति विशेष श्रद्धा समर्पण रखने वाले और शङ्कराचार्य परम्परा के लिए विशिष्ट सहयोग प्रदान करने वाले कुछ विशिष्ट जनों को शङ्कराचार्य सेवा सम्मान से सम्मानित किया ।
सम्मान पाने वालों में प्रो आर के मिश्र जी, डा बी के शुक्ल जी, बी एन पाण्डेय जी, श्री शरद कुमार त्रिपाठी जी, श्री अरुण त्रिपाठी जी, आचार्य पं श्री बलराम पाण्डेय जी, आचार्य पं श्री अवधराम पाण्डेय जी, डा श्रीप्रकाश मिश्र जी, पं श्रीप्रकाश पाण्डेय जी, डा शत्रुघ्न त्रिपाठी जी, पं जगजीतन पाण्डेय जी रहे।
परमाराध्य ने सबको उत्तरीय व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
ज्ञातव्य है कि ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वर सद्गुरुदेव भगवान् का जन्म शताब्दी वर्ष चल रहा है और परमाराध्य की इच्छा है कि पूरे देश विदेश में ब्रह्मलीन सद्गुरुदेव से जुडे और शङ्कराचार्य परम्परा के लिए सहयोग करने वाले सभी जनों का सम्मान हो। इसी क्रम में आज काशी में उन्होंने उपर्युक्त विशिष्ट जनों का श्रीविद्यामठ में सम्मान किया।