वाराणसी । गंगा के राष्ट्रीय नदी घोषणा दिवस 4 नवंबर को नमामि गंगे के सदस्यों ने दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की आरती की । स्वच्छता की कामना से दुग्धाभिषेक किया गया । आरती के बाद गंगा तलहटी की सफाई करते हुए गंगा निर्मलीकरण की अलख जगाई गई। अहिल्याबाई घाट से राजेंद्र प्रसाद घाट तक लोगों को गंगा के संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया। नमामि गंगे टीम ने गंगा किनारे पड़े निर्माल्य को समेटकर कूड़ेदान तक पहुंचाया।
राष्ट्रध्वज तिरंगा व स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर राष्ट्रीय नदी गंगा के संरक्षण हेतु निवेदन किया गया । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि नमामि गंगे योजना तभी सफल होगी जब इसमें आमजन की भागीदारी बढ़ेगी। प्रत्येक व्यक्ति के मन में गंगा को ‘उतारना’ होगा। गंगा हमारी आस्था का प्रतीक है। लेकिन, हम भूल जाते हैं कि गंगा का संरक्षण भी हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर प्रभारी पुष्पलता वर्मा, पूजा मौर्या, रमेश चौहान, सोनू दुबे एवं सैकड़ो की संख्या में नागरिकगण शामिल रहे ।