वाराणसी :- 18 और 19 दिसंबर को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय में स्थित सेमिनार काम्प्लेक्स में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन Science Society and Sustainable Development इन्टरनेशनल एकेडमी आफ बिजनेस, अमेरिका, दिवि फाउंडेशन, लक्ष्मीबाई कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दो दिवसीय सम्मेलन के संबंध में डॉ. सुनील कुमार मिश्रा द्वारा पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया |
पत्रकार वार्ता के दौरान डा.सुनील मिश्रा ने बताया की संपूर्ण विश्व को अपने आध्यात्मिक व शैक्षिक अवदान से सिंचित करने वाली बाबा विश्वनाथ व मां गंगा की नगरी काशी आदिकाल से ही शिक्षा के उत्कृष्ट मानकों के साथ विमर्श के नित नवीन आयाम स्थापित करती रही है यह वही पवित्र भूमि है जहां बाबा तुलसी,पूज्य कबीर व संत रविदास ने सामाजिक जड़ता की बेड़ियों पर सतत प्रहार किया जिससे समाज उत्कृष्ट मानवतावादी दर्शन का विकास हो सका |
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में विज्ञान,समाज व सतत विकास पर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 18 व 19 दिसंबर को किया जा रहा है आज एक ओर जब हमारा देश जी- 20 जैसे महत्वपूर्ण संगठन की अध्यक्षता कर रहा है और इस सम्मेलन से उत्पन्न विमर्श के बिंदुओं में सामाजिक संतुलन विज्ञान की उपादेयता और सतत विकास केंद्रीय पक्ष रहे हैं |
कांफ्रेंस के मुख्य बिंदु –
: Role of Ancient Science in Current scientific Devlopment
: Non Violent Communication
: Role of SDG Gole.
सहित अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी |
उक्त कांफ्रेंस में अमेरिका, कनाडा, दिल्ली विश्वविद्यालय सहित देश और दुनिया के ख्यातिलब्ध विद्वान सहित शोधार्थियों की बड़ी संख्या प्रतिभाग करगी |
कार्यक्रम का उद्घाटन डा. इन्द्रा खुराना (कनाडा ) प्रो.प्रत्यूष वत्सला ( दिल्ली विश्वविद्यालय) पद्मश्री राजेश्वर आचार्य ,प्रो.पी. के.मिश्र ( पूर्व कुलपति) प्रो.राम नारायण द्ववेदी (महामंत्री काशी विद्वत परिषद) प्रो. ए.के.जोशी ( पूर्व संकायाध्यक्ष समाज विज्ञान संकाय) वीरभद्र जी (दिवि वेलफेयर) श्रतुराज संयुक्त रूप से करेंगे |
आयोजन समिति का यह विश्वास है की जी-20 के पश्चात आयोजित इस महत्वपूर्ण कॉन्फ्रेंस में जुड़े हुए देश व विदेश के प्रतिभागीगण उन बिंदुओं पर शोध की दृष्टि से अवश्य विमर्श करने का कार्य करेंगे जो देश व दुनिया के वर्तमान समाज की आवश्यकता है ||