विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर एवं पीएम-उषा के तहत विभिन्न योजनओं की घोषणा, काशी विद्यापीठ में हुआ सजीव प्रसारण

पीएम-उषा के तहत विद्यापीठ को मिले 20 करोड़ रुपये

वाराणसी 20 फरवरी संवाददाता :- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को जम्मू के एम.ए. स्टेडियम से 32 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास रिमोट द्वारा किया। साथ ही उन्होंने राज्यों के शिक्षण संस्थानों को पीएम-उषा के अन्तर्गत 78 परियोजनाओं के लिए 3600 करोड़ रुपये से अधिक की घोषणा की। उक्त कार्यक्रम का सजीव प्रसारण महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में भी हुआ। इस दौरान रैली को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत कश्मीरी भाषा में की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपनी योजनाओं के माध्यम से आम जनता के द्वार तक पहुंची है। कोई भी नागरिक सरकारी योजनाओं से वंचित नहीं रहेगा, यह मोदी की गारंटी है। पीएम ने कहा कि जहां पहले स्कूल चलाये जाते थे, अब सजाये जाते हैं। यह कमल का कमाल है।
पीएम ने परिवारवाद की राजनीति पर प्रहार करते हुए कहा कि इसका शिकार युवा रहे हैं। परिवारवाद की राजनीति करने वाले सिर्फ अपना स्वार्थ देखा है। आपके हितो की चिंता नहीं थी उन्हें। इससे सबसे ज्यादा नुकसान नौजवानों का हुआ है। ऐसी सरकार सिर्फ एक परिवार को उठाने में लगी रही, युवाओं के बारे में नहीं सोचती। उन्होंने कहा हमारी सरकार का लाभ माताओं, बहनों, बेटियों को मिला। पीएम आवास योजना के अधिकतर घर बेटियों के नाम पर हैं। कहा कि भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक पावर बनाना है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। पीएम ने उज्ज्वला योजना की लाभार्थी वीणा देवी परिहार, जम्मू, पीएम ग्रामीण रोजगार योजना की लाभार्थी कीर्ति शर्मा, जम्मू, पीएम आवास योजना के लाभार्थी लाल मोहम्मद, पुंछ, दीनदयाल अंत्योदय ग्रामीण योजना की लाभार्थी शाहीना बेगम, बिन्दीपोरा और हर घर जल योजना के लाभार्थी रियाज अहमद, पुलवामा से संवाद किया।
पीएम के कार्यक्रम के सजीव प्रसारण से पहले महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनन्द त्यागी ने बताया कि पीएम-उषा के तहत विश्वविद्यालय को 20 करोड़ रुपये मिलेंगे। बताया कि विश्वविद्यालय की नैक ग्रेडिंग अच्छी नहीं होने के कारण हमें 100 करोड़ का अनुदान नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा हमें किसी भी हाल में नैक में ए++ या ए+ ग्रेड पाना होगा, जिससे भविष्य में इसका लाभ मिल सके। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की टीम ने नैक मूल्यांकन के लिए अच्छी तैयारी की है। उन्होंने विद्यार्थियों से नैक मूल्यांकन में अपना बहुमूल्य योगदान देने की अपील की। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. सुनीता पाण्डेय, कुलानुशासक प्रो. अमिता सिंह, प्रो. के.के. सिंह, उपकुलसचिव हरीश चन्द, प्रो. राजेश मिश्रा, प्रो. अनुराग कुमार सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे ।।

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