दस होम्योपैथिक चिकित्सकों को उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु किया गया सम्मानित ||
होम्योपैथी पुरी दुनिया में प्रसिद्ध चिकित्सा पद्धति हो गई है आज विश्व में दूसरे नंबर की चिकित्सा पद्धति है और आम जनता पहुंच वाली चिकित्सा पद्धति है – महेश चंद्र श्रीवास्तव
वाराणसी 11 अप्रैल संवाददाता :- मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में होम्योपैथिक के जन्मदाता डॉक्टर हैनिमैन का 269वां जन्म दिवस बुधवार की शाम विश्व होम्योपैथिक दिवस एवं सम्मान समारोह के रुप में मकबूल आलम रोड स्थित कासामिला रेस्टोरेन्ट में धूमधाम से मनाया गया | उक्त अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि महेश चन्द्र श्रीवास्तव पूर्व अध्यक्ष काशी प्रांत भारतीय जनता पार्टी व संस्था के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर एके सिंह , वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर पी के मुखर्जी, डॉ एस के एल श्रीवास्तव, डॉक्टर जी एस मौर्य, डॉ आर पी सिंह, डॉक्टर फौजदार सिंह व अन्य मंचासिन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलितोपरांत महात्मा हैनिमैन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समारोह का शुभारंभ किया गया | तदोपरांत उपस्थित होम्योपैथिक चिकित्सकों द्वारा महात्मा हैनिमैन को पुष्पांजलि अर्पित किया गया |
उक्त अवसर पर वाराणसी वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर जी एस मौर्य, डॉक्टर आर पी सिंह , डॉक्टर बृजेश सिंह, डॉक्टर वीरेंद्र सिंह को डॉ एस एन मुखर्जी मेमोरियल होम्योपैथिक प्रवर्तक सम्मान से सम्मानित किया गया साथ ही शहर के दस होम्योपैथिक चिकित्सकों को उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया | इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि महेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि होम्योपैथी पुरी दुनिया में प्रसिद्ध चिकित्सा पद्धति हो गई है आज विश्व में दूसरे नंबर की चिकित्सा पद्धति है और आम जनता पहुंच वाली चिकित्सा पद्धति है |
समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ पीके मुखर्जी ने होम्योपैथिक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि होम्योपैथी माइक्रो डायनेमिक चिकित्सा पद्धति है जो रोगी की मानसिक और शारीरिक दोनों अवस्थाओं को सुव्यवस्थित करती है | डॉ जी एस मौर्य ने कहा होम्योपैथी उपयोगिता वैश्विक बीमारी कोरोना काल से और भी ज्यादा हुई है लोगों का विश्वास होम्योपैथिक के प्रति ज्यादा हुई है | संस्था के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर आरके यादव ने कहा होम्योपैथी समाज व देश के लिए वरदान साबित हो रही है आज मेटाबॉलिक डिसऑर्डर जो महामारी का रूप ले रहा है ऐसी बीमारी में होम्योपैथी बहुत ही कारगर और सहायक साबित हो रही है | संस्था के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ नीरज सिंह ने डॉक्टर हैनिमैन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ हैनिमैन विश्व के पहले नैनो वैज्ञानिक है जो होमियोपैधिक दवाओं सुक्षतम अवस्था में बनाया और उपयोग किया जो आज भी पहेली बनी हुई है |
आयोजन का संचालन नयनीमा रघुवंशी ने किया व स्वागत डॉक्टर राकेश सिंह प्रदेश अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय संयोजक डॉ ए के सिंह ने कहा कि आज के दिन को विश्व होम्योपैथिक दिवस मनाने के पीछे सबसे बड़ा उद्देश्य है होमियोपैथी के प्रति लोगों को जागरूक करना जिससे दूसरे नंबर की चिकित्सा पद्धति प्रथम चिकित्सा पद्धति बन सके और सबकी चिकित्सा पद्धति हो जाय |
अंत में संस्था के प्रदेश सचिव डॉक्टर शिवम पटेल ने उपस्थित लोगों का धन्यवाद ज्ञापन किया | समारोह में डॉ प्रमोद पांडे, डॉ के के सिंह, डॉ प्रिंस, डॉ योगेश, डॉ एस के राय, डॉक्टर शशिधर यादव, डॉक्टर विनीत पांडे, डॉ अनुराग वर्मा, डॉक्टर पी पी वर्मा, डॉ मनीष पांडे, डॉ वीरेंद्र कुमार गुप्ता, डॉक्टर पीके विश्वकर्मा, डॉ विकास पांडे,डॉ कोमल यादव, डॉक्टर सुधाकर सिंह, डॉक्टर सितेश, डॉ विनीत उपाध्याय, डॉक्टर एस एस श्रीवास्तव मिर्जापुर या डॉ पंकज शुक्ला इत्यादि वाराणसी व आसपास के चिकित्सा उपस्थित रहे ||