पवन प्रभात समाचार वाराणसी । विश्व भर में अपनी जादुई आवाज़ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देने वाले भारत के अमर गायक मोहम्मद रफ़ी के शताब्दी वर्ष पर “माँर्निंग वाकर्स फेलोशिप सोसाइटी” एवं “मेड फॉर म्यूजिक क्लब” द्वारा उन्हें 100 गीतों के माध्यम से एक अनूठी व अविश्व्मरणीय श्रद्धांजलि पेश की गई | “विश्व संगीत दिवस” के अवसर पर संभवतः देश में इस प्रकार से आयोजित इस एकमात्र कार्यक्रम में क्लब के सदस्यों ने एक से बढ़कर एक आकर्षक गीतों की प्रस्तुति दी एवं अंत तक समां बांधे रखा | इस अनूठे कार्यक्रम की परिकल्पना व निर्देशन लेखक व क्विजर श्री निर्मल जोशी द्वारा किया गया |
कार्यक्रम का प्रारंभ विशिष्ट अतिथि डॉ दिव्या सिंह, डॉ संगीता पंडित एवं श्रीमती सरिता लखोटिया द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ किया गया | संयोजक श्री हेमन दास तलरेजा एवं समन्वयक श्री रामेश्वर सिंह ने सुधि श्रोताओं का स्वागत किया |
कार्यक्रम का प्रारंभ रफ़ी के अमर गीत “तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे” द्वारा किया गया | तत्पश्चात रफ़ी के विभिन्न मूड और स्टाइल में गाये हुए एक सौ गानों के मुखड़ों की प्रस्तुति विभिन्न सदस्यों द्वारा 100 गीतों के पूर्ण होने तक अनवरत की गई | वरिष्ट उम्र से लेकर किशोरावस्था तक के गायकों की जोशपूर्ण प्रस्तुति ने भावपूर्ण तरीके से मानो रफ़ी को मंच पर ही उतार दिया था | रफ़ी के सम्मान में क्लब की एक अनुपस्थित सदस्य पलक लालवानी ने आभाषी माध्यम से अपने गीत को प्रस्तुत किया | कार्यक्रम की विशेषता ये थी कि इसमें सिर्फ शौकिया गायक-गायिकाओं ने ही अपनी प्रस्तुति दी, हालांकि कई गायक गायिकाएं प्रोफेशनल कलाकारों जैसे ही उत्कृष्टता के साथ अपनी प्रस्तुति दे रहे थे | विशिष्ट अतिथियों ने इस अभिनव प्रयास की प्रशंसा करते हुए ‘विश्व संगीत दिवस’ को पूरे विश्व के लोगों को जोड़ने का माध्यम बताया, और रफ़ी के 100वे वर्ष में 100 गानों की प्रस्तुति को इस अनूठे व सार्थक कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की ।।